कभी रोना तो कभी मुस्कुराना भी पड़ता है
मुक्तक…………..
कभी रोना तो कभी मुस्कुराना भी पड़ता है
ज़िन्दगी में कोई पल ऐसे बिताना भी पड़ता है
कट जाते है ये पल भी समय के साथ
कभी दूसरों की समक्ष दर्द को छुपाना भी पड़ता है
भूपेन्द्र रावत
7।09।2017
मुक्तक…………..
कभी रोना तो कभी मुस्कुराना भी पड़ता है
ज़िन्दगी में कोई पल ऐसे बिताना भी पड़ता है
कट जाते है ये पल भी समय के साथ
कभी दूसरों की समक्ष दर्द को छुपाना भी पड़ता है
भूपेन्द्र रावत
7।09।2017