कभी फौजी भाइयों पर दुश्मनों के
कभी फौजी भाइयों पर दुश्मनों के
आकस्मिक आक्रमण पर दुखी होना,
तो कभी नारी जाति की दुर्गति पर ,
उनपर हो रहे अत्याचारों पर शर्मसार होना.
बेचारे भारत देश की किस्मत में लिखा
है रह रह अपना दामन आंसुओं से भिगोना ।
कभी फौजी भाइयों पर दुश्मनों के
आकस्मिक आक्रमण पर दुखी होना,
तो कभी नारी जाति की दुर्गति पर ,
उनपर हो रहे अत्याचारों पर शर्मसार होना.
बेचारे भारत देश की किस्मत में लिखा
है रह रह अपना दामन आंसुओं से भिगोना ।