कब होगा मेरा नव वर्ष
कब होगा मेरा नव वर्ष,
जब सब खुश रहे,
सुख की बयार बहे,
चहुँओर हो हर्ष,
अपनो के हो दर्श,
तब होगा मेरा नव वर्ष,
माता पिता हो संग,
प्रेम स्नेह के हो रंग,
भूख से कोई न हो तंग,
अपनो के बीच न हो जंग,
तब होगा मेरा नव वर्ष,
जब हो खुशहाल किसान,
नेता की हो सच्ची जबान,
नारी को मिले सम्मान,
जवानों का हो गुणगान,
तब होगा मेरा नव वर्ष,
बेटा बेटी में न हो भेद,
जाति पाती में न हो कैद,
देख दुर्दशा होता है खेद,
जब भरेगा दिलो का छेद,
तब होगा मेरा नव वर्ष,
जब प्रदूषण होगा कम,
पानी बरसेगा छमाछम,
अज्ञान का मिटेगा तम,
जब सबको जगायेंगे हम,
तब होगा मेरा नव वर्ष,
कोई न रहे भूखा,
कही पर न ही सूखा,
अपनो से न मिले धौखा,
सबको मिले बढ़ने का मौका,
तब होगा मेरा नव वर्ष,
पर हित के फूल खिले,
राह में न शूल मिले,
काम क्रोध से न छले,
उन्नति से कोई न जले,
तब होगा मेरा नव वर्ष,
।।जेपीएल।।।