कब तक चाहोगे?
ये कलम निरंतर चलती रहे, भला तुम कब तक चाहोगे?
साहित्यिक सेवा करती रहे, भला तुम कब तक चाहोगे?
मस्तिष्क सदा विचरता रहे, भला तुम कब तक चाहोगे?
सोच को साकार करता रहे, भला तुम कब तक चाहोगे?
भाव की बगिया खिली रहे, भला तुम कब तक चाहोगे?
काव्य में चाशनी मिली रहे, भला तुम कब तक चाहोगे?
साहित्यिक संदूक भरा रहे, भला तुम कब तक चाहोगे?
हिंदी भाषा का वन हरा रहे, भला तुम कब तक चाहोगे?
संवेदनाऍं जाग्रत होतीं रहें, भला तुम कब तक चाहोगे?
कंठ व कलम में मोती रहें, भला तुम कब तक चाहोगे?
भावनाऍं प्रत्यक्ष व्यक्त हों, भला तुम कब तक चाहोगे?
मर्म समक्ष अभिव्यक्त हों, भला तुम कब तक चाहोगे?
नवगीत कोई बनता रहे, भला तुम कब तक चाहोगे?
मनमीत कोई बनता रहे, भला तुम कब तक चाहोगे?
जीवन से दूर निराशा हो, भला तुम कब तक चाहोगे?
पूरी सभी की आशा हो, भला तुम कब तक चाहोगे?