कफ़न कविता नंबर 2
साथ लाया क्या है अपने, साथ जो ले जायेगा, जो कमाया आदमी ने, सब यही रह जायेगा।। चाहिए कुछ लकड़ियाँ और थोड़ा सा कफन, एक दिन मिट्टी में इस हो जाना है दफ़न,।। नाम, शोहरत् और दौलत, सब यही रह जायेगा, थोड़ा सा जो पुण्ये कमाया बस वही ले जायेगा।।