[कन्या भ्रूण हत्या]
क्या गलती थी उस बेजुबान
की जन्म लेते ही उसे मिटा दिया,
उसकी किलकारी सुनने से पहले
उसको इस जग से विदा किया।
मत मारो उस बेटी को,
जिसको तुमने जन्म दिया
मत भूलो की एक बेटी से ही
है तुमने भी जन्म लिया ।
खुदा ने भेजा उसको जग में
उसका करो तुम सम्मान,
ईश्वर के इस प्यारे भेट का
मत करो तुम अपमान ।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
यही है सबका नारा और आस,
जिस दिन बेटी जन्म लेती हैं,
होता हैं वो दिन बड़ा ही खास।।
@ कवि:-अनुकल्प आनंद