कदर करो भारतीयता की …
हिजाब नजरों का होता है ,
नकाब कोई जरूरी नहीं।
शर्म लिहाज रखो भारतीयता की ,
अन्यथा धर्म निरपेक्षता देश में ,
यह पाखंड करने की जरूरत नहीं।
यह देश तुम्हें आजादी देता है ,
खुल के जीने की ,
वोह तुम्हे मंजूर नहीं ।
फिर तुम यूं करो अफगानिस्तान चले जाओ ,
जहां किसी प्रकार की आजादी नहीं ।
तुम्हारे लिए वही ठीक रहेगा,
तुम भारत जैसे महान देश में रहने लायक नही ।