Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Sep 2023 · 1 min read

कदम दर कदम

कदम दर कदम
==========
जीवन के हर कदम पर
आपको खुद आगे बढ़ना है
कदम दर कदम आगे ही आगे बढ़ते जाना है,
दो चार कदम तो कोई भी
आपका सहारा बन सकता है,
पर हर कदम पर कोई आपके साथ खड़ा होगा,
यह बिल्कुल मुमकिन ही नहीं।
कोई संबल दे सकता है,
आपका हौंसला बढ़ा सकता है
प्रोत्साहन देकर आपको प्रेरित कर सकता है
पर आपका कदम नहीं बन सकता।
वो तो आपको ही करना
पहले कदम के साथ शुरुआत खुद ही करना है
और फिर कदम दर कदम आगे बढ़ना ही नहीं
खुद ही मंजिल भी पाना है,
इसके लिए न कोई बहाना है
गांठ बांध लो हर मुश्किल से पार खुद ही पाना है
इसीलिए कदम दर कदम सतत् आगे ही जाना है
न कोई बहाना और न किसी को कुछ समझाना है,
बस कदम दर कदम चलते जाना है।

सुधीर श्रीवास्तव गोण्डा उत्तर प्रदेश

Language: Hindi
1 Like · 68 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
परिंदों का भी आशियां ले लिया...
परिंदों का भी आशियां ले लिया...
Shweta Soni
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
26. ज़ाया
26. ज़ाया
Rajeev Dutta
"राजनीति में जोश, जुबाँ, ज़मीर, जज्बे और जज्बात सब बदल जाते ह
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
तेरी आदत में
तेरी आदत में
Dr fauzia Naseem shad
शिवरात्रि
शिवरात्रि
ऋचा पाठक पंत
#आज_का_आह्वान
#आज_का_आह्वान
*प्रणय प्रभात*
कुंडलिया छंद की विकास यात्रा
कुंडलिया छंद की विकास यात्रा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
24/230. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/230. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
किसी का खौफ नहीं, मन में..
किसी का खौफ नहीं, मन में..
अरशद रसूल बदायूंनी
हैरान था सारे सफ़र में मैं, देख कर एक सा ही मंज़र,
हैरान था सारे सफ़र में मैं, देख कर एक सा ही मंज़र,
पूर्वार्थ
'प्रहरी' बढ़ता  दंभ  है, जितना  बढ़ता  नोट
'प्रहरी' बढ़ता दंभ है, जितना बढ़ता नोट
Anil Mishra Prahari
It All Starts With A SMILE
It All Starts With A SMILE
Natasha Stephen
अगर लोग आपको rude समझते हैं तो समझने दें
अगर लोग आपको rude समझते हैं तो समझने दें
ruby kumari
अरे! डॉक्टर की बीवी हो
अरे! डॉक्टर की बीवी हो
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
श्याम बाबा भजन अरविंद भारद्वाज
श्याम बाबा भजन अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
लोककवि रामचरन गुप्त का लोक-काव्य +डॉ. वेदप्रकाश ‘अमिताभ ’
लोककवि रामचरन गुप्त का लोक-काव्य +डॉ. वेदप्रकाश ‘अमिताभ ’
कवि रमेशराज
अगर हो हिंदी का देश में
अगर हो हिंदी का देश में
Dr Manju Saini
जमाना है
जमाना है
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
माँ आजा ना - आजा ना आंगन मेरी
माँ आजा ना - आजा ना आंगन मेरी
Basant Bhagawan Roy
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
"ओट पर्दे की"
Ekta chitrangini
जो शख़्स तुम्हारे गिरने/झुकने का इंतजार करे, By God उसके लिए
जो शख़्स तुम्हारे गिरने/झुकने का इंतजार करे, By God उसके लिए
अंकित आजाद गुप्ता
नीर क्षीर विभेद का विवेक
नीर क्षीर विभेद का विवेक
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
आज़ादी के दीवाने
आज़ादी के दीवाने
करन ''केसरा''
संदेश
संदेश
Shyam Sundar Subramanian
हो गया जो दीदार तेरा, अब क्या चाहे यह दिल मेरा...!!!
हो गया जो दीदार तेरा, अब क्या चाहे यह दिल मेरा...!!!
AVINASH (Avi...) MEHRA
* आस्था *
* आस्था *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
!! फूलों की व्यथा !!
!! फूलों की व्यथा !!
Chunnu Lal Gupta
"नींद से जागो"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...