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9 Sep 2020 · 1 min read

कदमों से मुहब्बत को कभी नापा नहीं जाता

कदमों से मुहब्बत को कभी नापा नहीं जाता
ये वो रोग है जिसका दाग कभी नहीं जाता

उनकी मर्जी वो दो चार कदम हाथ पकड़ के चले
निभाने का हुनर हो तो सफ़र खाली नहीं जाता

लब ए बाम पे जाना मुहब्बत मुश्क लाती है
इस इक खुशी के आगे कुछ और नहीं भाता

खुश्क सा धूंआ उठता हो गर क्लब ए दीवार से फिर भी
पुर्दिल दिल की तनहाई में नाम ए यार फूंका नहीं जाता
~ सिद्धार्थ

Language: Hindi
4 Likes · 428 Views
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