Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 May 2024 · 1 min read

कथनी और करनी

6
कथनी और करनी में अंतर न करके,
छोटे-छोटे संकल्पों से शुरुआत करनी चाहिए।

न हो बड़ी-बड़ी बातें आदर्शों की,
व्यावहारिक सी सहज अभिव्यक्ति होनी चाहिए।

घुटने लगी हैं साँसे बंद वातानुकूलित संकीर्ण कमरों में,
उन्मुक्त हवा में विस्तृत सोच होनी चाहिए ।

औपचारिकताओं से घिरे दिवसों का नहीं कोई औचित्य,
हर रोज़ ही संस्कारित दिवस मना लेना चाहिए ।

तारीफों की जंजीरों में कब तक जकड़े रहेंगे ख़ुद को ,
ज़रा आलोचना का भी लुत्फ़ उठाना आना चाहिए ।

पनप गए हैं समाज के ठेकेदार खरपतवार से,
पड़ोस की बेटी का विश्वासपात्र भी बन जाना चाहिए ।

माना कि महारथ हासिल हो गई है हमें,
नवांकुरों को भी पनपने का अवसर देना चाहिए।

न हो केवल किताबी लेखन और पठन
लिखकर,लिखे हुए की पुनरावृत्ति कर मनन भी कर लेना चाहिए।

कथनी और करनी में अंतर न करके,
छोटे-छोटे संकल्पों से ही शुरुआत करनी चाहिए।

डॉ दवीना अमर ठकराल ‘देविका’

38 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
" एक थी बुआ भतेरी "
Dr Meenu Poonia
पिछले पन्ने 4
पिछले पन्ने 4
Paras Nath Jha
जाड़ा
जाड़ा
नूरफातिमा खातून नूरी
कहते हो इश्क़ में कुछ पाया नहीं।
कहते हो इश्क़ में कुछ पाया नहीं।
Manoj Mahato
*Near Not Afar*
*Near Not Afar*
Poonam Matia
आपकी यादें
आपकी यादें
Lokesh Sharma
"स्याह रात मैं उनके खयालों की रोशनी है"
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
किधर चले हो यूं मोड़कर मुँह मुझे सनम तुम न अब सताओ
किधर चले हो यूं मोड़कर मुँह मुझे सनम तुम न अब सताओ
Dr Archana Gupta
मुझ में
मुझ में
हिमांशु Kulshrestha
*नारी है अबला नहीं, नारी शक्ति-स्वरूप (कुंडलिया)*
*नारी है अबला नहीं, नारी शक्ति-स्वरूप (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
सत्याग्रह और उग्रता
सत्याग्रह और उग्रता
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ये मानसिकता हा गलत आये के मोर ददा बबा मन‌ साग भाजी बेचत रहिन
ये मानसिकता हा गलत आये के मोर ददा बबा मन‌ साग भाजी बेचत रहिन
PK Pappu Patel
लुट गए अरमान तो गम हमें होगा बहुत
लुट गए अरमान तो गम हमें होगा बहुत
VINOD CHAUHAN
Price less मोहब्बत 💔
Price less मोहब्बत 💔
Rohit yadav
Ye ayina tumhari khubsoorti nhi niharta,
Ye ayina tumhari khubsoorti nhi niharta,
Sakshi Tripathi
"सियासत बाज"
Dr. Kishan tandon kranti
किसान
किसान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
लिखना चाहूँ  अपनी बातें ,  कोई नहीं इसको पढ़ता है ! बातें कह
लिखना चाहूँ अपनी बातें , कोई नहीं इसको पढ़ता है ! बातें कह
DrLakshman Jha Parimal
एक अदद इंसान हूं
एक अदद इंसान हूं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कभी उसकी कदर करके देखो,
कभी उसकी कदर करके देखो,
पूर्वार्थ
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कोई तो रोशनी का संदेशा दे,
कोई तो रोशनी का संदेशा दे,
manjula chauhan
इन आंखों में तुम्हारी तस्वीर इस क़दर कैद है,
इन आंखों में तुम्हारी तस्वीर इस क़दर कैद है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
फिर जनता की आवाज बना
फिर जनता की आवाज बना
vishnushankartripathi7
मुक्तक-विन्यास में रमेशराज की तेवरी
मुक्तक-विन्यास में रमेशराज की तेवरी
कवि रमेशराज
■ एम है तो एम है।
■ एम है तो एम है।
*प्रणय प्रभात*
ख़ुद को मुर्दा शुमार मत करना
ख़ुद को मुर्दा शुमार मत करना
Dr fauzia Naseem shad
हिन्दी दोहा - दया
हिन्दी दोहा - दया
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*
*"सिद्धिदात्री माँ"*
Shashi kala vyas
23/180.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/180.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...