कतो बैसल छी भंग मतवाला,
कतो बैसल छी भंग मतवाला,
दिल भैर हम बौउवावै छी,
हृदय हमर अछि चंचल दानी,
तैं नै अहाॅं के पाबै छी।
पुष्प धतूरा बेलपत्र हीन,
अहिना जोल चरहाबै छी,
हृदय हमर अछि चंचल दानी,
तैं नै अहाॅं के पाबै छी।
राग कंठ नै मृदुल वाणी,
अहिना किछ किछ गाबै छी,
हृदय हमर अछि चंचल दानी,
तैं नै अहाॅं के पाबै छी।
छोड़ि महादेव आंकड़ पाथर,
पाछ ‘उमा’ डिरियाबै छी,
हृदय हमर अछि चंचल दानी,
तैं नै अहाॅं के पाबै छी।
उमा झा