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23 Dec 2024 · 1 min read

*कठिनाई सबसे बड़ी, अंत समय के साथ (कुंडलिया)*

कठिनाई सबसे बड़ी, अंत समय के साथ (कुंडलिया)
—————————————-
कठिनाई सबसे बड़ी, अंत समय के साथ
बिना यंत्र के सॉंस कब, होती अपने हाथ
होती अपने हाथ, प्रश्न यह कैसे सुलझे
अस्त-व्यस्त है देह, सॉंस के धागे उलझे
कहते रवि कविराय, सॉंस लाखों में पाई
दो पैसे की सॉंस, मगर लेना कठिनाई
—————————————-
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

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