कटु सत्य
इस देश के नेताओं ने ,देश का कैसा हाल किया
जहाँ गीता ज्ञान की सरिता बहती थी
वहां खून का दरिया बहा दिया
ये राजनीति के कुशल मदारी
आपस में धन को बाँट रहे
जनता अब तड़प रही
भिखमंगे दोने चाट रहे
नेताओं के झूठे भाषण ने
करोङो सपनों का कैसा हाल किया
जहाँ गीता ज्ञान की सरिता बहती थी
वहां खून का दरिया बहा दिया
दोष लगाकर ख्याति पाओ ,यह नीति अपना रहे
जनता चुनित सरकार गिराकर ,अपनी सरकार बना रहे
पैसे बिन कोई काम नहीं होता ,भ्रस्टाचार बढ़ा रहे
करके ये विकास की बातें ,अपना उल्लू साध रहे
सोने की चिड़िया का देखो ,इन्होने कैसा हाल किया
जहाँ गीता ज्ञान की सरिता बहती थी
वहां खून का दरिया बहा दिया
भाई भाई को आपस में लड़वाकर ,अपनों से बैर करा रहे
कभी भाषा कभी जाति पर ,लोगों को बरगला रहे
आज के नेता सुविधा के नाम पर ,अपने ही देश को लूट रहे
अमन शांति कहीं खो गई
आज देश का कैसा हाल हुआ
जहाँ गीता ज्ञान की सरिता बहती थी
वहां खून का दरिया बहा दिया
वक़्त नहीं गुजरा है अब भी ,ऐसे लोगों को पहचानो
जो बाटें भाईचारे को ,उसका दमन अब कर डालो ||