Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Sep 2024 · 1 min read

कटहर मटन।

कटहर मटन।
-आचार्य रामानंद मंडल।
एक जमाना मे…
सरकार! सरकार!
जिरतिया बाजल -सरकार।अपना बीस बिघा खेत पर कौमनिस्ट लाल झंडा गाड़ देलक हय।
महंत जी बजलन -अपन सिपाही कंहा हय।बुलाके जल्दी थाना पर भेजा। दरोगा जी के खबर दा।
सिपाही साइकिल से थाना पहूंच के खबर देलन।
दरोगा जी पांच पुलिस संग आ धमकल।
जीप के आवाज सुन के कौमनिस्ट सभ भाग गेल।
आबि महंतजी मुस्लिम दरोगा जी के स्वागत मे जुट गेलन।
दरोगा जी आ पांचों पुलिस भोजन कैलन।
महंतजी पुछलैन -दरोगा जी भोजन केहन लागल।
दरोगा जी बजलन -सभ चीज त ठीके रहल।परंच कटहर के तीमन त एकदम गोस्त लेखा लागल हय।
महंतजी कुछ न बजलन।जौ पुलिस टीम चल गेल त मैनेजर के बोललन -आइ से मठ मे कटहर के तीमन न बनत ।आ न कहियो बनल।
परंच आइ होटल मे कटहर मटन मिलैत हय आ बैष्णव सभ कटहर के मटन खाइत हय।
-आचार्य रामानंद मंडल सीतामढ़ी।

Language: Maithili
39 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

★मां का प्यार★
★मां का प्यार★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
मुफ़्तखोरी
मुफ़्तखोरी
SURYA PRAKASH SHARMA
आल्हा छंद
आल्हा छंद
Rajesh Kumar Kaurav
लक्ष्य
लक्ष्य
Sanjay ' शून्य'
वैसे कार्यों को करने से हमेशा परहेज करें जैसा कार्य आप चाहते
वैसे कार्यों को करने से हमेशा परहेज करें जैसा कार्य आप चाहते
Paras Nath Jha
3210.*पूर्णिका*
3210.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रेरणा गीत
प्रेरणा गीत
अनिल कुमार निश्छल
कान्हा जन्मोत्सव
कान्हा जन्मोत्सव
श्रीहर्ष आचार्य
नई प्रजाति के गिरगिट
नई प्रजाति के गिरगिट
Shailendra Aseem
करते हो क्यों प्यार अब हमसे तुम
करते हो क्यों प्यार अब हमसे तुम
gurudeenverma198
खुशियों को समेटता इंसान
खुशियों को समेटता इंसान
Harminder Kaur
World stroke day
World stroke day
Tushar Jagawat
अगर ढूँढू ख़ुशी तो दर्द का सामान मिलता है
अगर ढूँढू ख़ुशी तो दर्द का सामान मिलता है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
घना शोर था
घना शोर था
Seema gupta,Alwar
लिबासों की तरह, मुझे रिश्ते बदलने का शौक़ नहीं,
लिबासों की तरह, मुझे रिश्ते बदलने का शौक़ नहीं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"कूप-मंडूकों से प्रेरित व प्रभावित एक्वेरियम की मछली को पूरा
*प्रणय*
"अजीब फ़ितरत"
Dr. Kishan tandon kranti
ज़िंदगी कभी बहार तो कभी ख़ार लगती है……परवेज़
ज़िंदगी कभी बहार तो कभी ख़ार लगती है……परवेज़
parvez khan
हिंदी कब से झेल रही है
हिंदी कब से झेल रही है
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
विषय:- विजयी इतिहास हमारा। विधा:- गीत(छंद मुक्त)
विषय:- विजयी इतिहास हमारा। विधा:- गीत(छंद मुक्त)
Neelam Sharma
नव वर्ष हैप्पी वाला
नव वर्ष हैप्पी वाला
Satish Srijan
First impression is personality,
First impression is personality,
Mahender Singh
!! परदे हया के !!
!! परदे हया के !!
Chunnu Lal Gupta
*जाते तानाशाह हैं, कुर्सी को जब छोड़ (कुंडलिया)*
*जाते तानाशाह हैं, कुर्सी को जब छोड़ (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
I remember you in my wildest dreams
I remember you in my wildest dreams
Chaahat
संस्कार संस्कृति सभ्यता
संस्कार संस्कृति सभ्यता
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
हक़ीक़त है
हक़ीक़त है
Dr fauzia Naseem shad
टूटता तारा
टूटता तारा
Kirtika Namdev
*विधा:  दोहा
*विधा: दोहा
seema sharma
मैने माथा चूम लिया
मैने माथा चूम लिया
ललकार भारद्वाज
Loading...