— कटते पेड़ —
हरी भरी धरती पर
आज राज किस का है
काट रहे हैं पेड़ , तो
फिर कसूर किस का है ??
लगा कर इक पेड़
फोटो ऐसे छपवाते हो
फिर देखरेख नहीं करते
बताओ कसूर किस का है ??
काटने वाले बस पल में
पेड़ काट कर रख देते हैं
लकड़ी बीनकर ले जाने वाले
नया लगाने का काम फिर किस का है ??
जिंदगी आसानी से जी रहे हो
गर हरियाली धरा पर न होती
तुम भी लगाओ पेड़ अपने हाथ से
फिर क्या यह काम और किसी का है ??
काटना बहुत आसान है इस को
दिन रात जूझना पड़ता है
तुम्हे जीवन देने के लिए
हर पेड़ को तूफ़ान से लड़ना पड़ता हैं !!
न रहे ये पेड़ और न हरियाली
तो जीवन नरक बन जाएगा
आक्सीजन लोगे फिर कहाँ से
इसीलिए भाई आज से जागना पड़ता है ??
काट काट कर पेड़ सड़के
और पुल बना डाले हमने
अंत समय में शमशान में
कैसे अपनी तुम चिता जलवाओगे ??
अजीत कुमार तलवार
मेरठ