Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jun 2021 · 1 min read

कइसन बीमारी छै1

कइसन तो कोरोना बीमारी रे।
बहुत बोड़ो तोय अत्याचारी रे।
आँखी से टप टप लोर टपके छै
भूख से गरीब के पेट हुहके छै।

जब से तो दुनिया में आलो छै ।
सब लोग के केतना सतालो छै।
बुतुरु के पढ़ाई करि देलही बन्द।
धंधा सबके करि देलही तो बन्द।

कोरोना तो कइसन बीमारी छी।
बहरूपिया नयर रूप बनावे छी।
जब से आयलो लोगक द्वारी में
गरीब गुरवाके भुखले सुताली रे।

न जाने केतना के माँग उजाडली रे
न जाने केतना बुतरू टुवर करली रे।
सभी मिली दिये छियो तोरा गारी रे।
जो जूवन पीटटा कोरोना बीमारी रे।

Language: Hindi
174 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*मची हैं हर तरफ ऑंसू की, हाहाकार की बातें (हिंदी गजल)*
*मची हैं हर तरफ ऑंसू की, हाहाकार की बातें (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
सारी जिंदगी कुछ लोगों
सारी जिंदगी कुछ लोगों
shabina. Naaz
भगवान ने जब सबको इस धरती पर समान अधिकारों का अधिकारी बनाकर भ
भगवान ने जब सबको इस धरती पर समान अधिकारों का अधिकारी बनाकर भ
Sukoon
तथाकथित धार्मिक बोलबाला झूठ पर आधारित है
तथाकथित धार्मिक बोलबाला झूठ पर आधारित है
Mahender Singh
"वाह रे जमाना"
Dr. Kishan tandon kranti
पुस्तक समीक्षा- उपन्यास विपश्यना ( डॉ इंदिरा दांगी)
पुस्तक समीक्षा- उपन्यास विपश्यना ( डॉ इंदिरा दांगी)
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
अनजान राहें अनजान पथिक
अनजान राहें अनजान पथिक
SATPAL CHAUHAN
(दम)
(दम)
महेश कुमार (हरियाणवी)
जड़ता है सरिस बबूल के, देती संकट शूल।
जड़ता है सरिस बबूल के, देती संकट शूल।
आर.एस. 'प्रीतम'
थोड़ा सा अजनबी बन कर रहना तुम
थोड़ा सा अजनबी बन कर रहना तुम
शेखर सिंह
आज अंधेरे से दोस्ती कर ली मेंने,
आज अंधेरे से दोस्ती कर ली मेंने,
Sunil Maheshwari
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Ishq ke panne par naam tera likh dia,
Ishq ke panne par naam tera likh dia,
Chinkey Jain
+जागृत देवी+
+जागृत देवी+
Ms.Ankit Halke jha
अनपढ़ व्यक्ति से ज़्यादा पढ़ा लिखा व्यक्ति जातिवाद करता है आ
अनपढ़ व्यक्ति से ज़्यादा पढ़ा लिखा व्यक्ति जातिवाद करता है आ
Anand Kumar
मंजिल-ए-मोहब्बत
मंजिल-ए-मोहब्बत
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
हर किसी के पास एक जैसी ज़िंदगी की घड़ी है, फिर एक तो आराम से
हर किसी के पास एक जैसी ज़िंदगी की घड़ी है, फिर एक तो आराम से
पूर्वार्थ
आँखों से नींदे
आँखों से नींदे
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
अर्थ का अनर्थ
अर्थ का अनर्थ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पुजारी शांति के हम, जंग को भी हमने जाना है।
पुजारी शांति के हम, जंग को भी हमने जाना है।
सत्य कुमार प्रेमी
फकत है तमन्ना इतनी।
फकत है तमन्ना इतनी।
Taj Mohammad
⚜️गुरु और शिक्षक⚜️
⚜️गुरु और शिक्षक⚜️
SPK Sachin Lodhi
कभी भूल से भी तुम आ जाओ
कभी भूल से भी तुम आ जाओ
Chunnu Lal Gupta
"प्रेम -मिलन '
DrLakshman Jha Parimal
*दिल चाहता है*
*दिल चाहता है*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
#शेर
#शेर
*प्रणय प्रभात*
सच तो रोशनी का आना हैं
सच तो रोशनी का आना हैं
Neeraj Agarwal
अंतरद्वंद
अंतरद्वंद
Happy sunshine Soni
2750. *पूर्णिका*
2750. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कल सबको पता चल जाएगा
कल सबको पता चल जाएगा
MSW Sunil SainiCENA
Loading...