Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Mar 2022 · 1 min read

और बताओ क्या कर जाऊँ

साँसो के पार चत्नी जाऊँ,महसूस करूँ बस तुमको,
धड़कन दिल की थाम के सुनती जाऊँ बस तुमको,

चलते चलते रूक जाती याद तुम्हारी जो आ जाती,
हँसते हंसते रो देती जिक्र तुम्हारी जो आ जाती,

काँधे पर तेरे सर रख कर कुछ मीठी नीन्द सो लूँ,
घुल कर तेरी खुशबू में,ताउम्र तेरे ही संग मैं हो लूँ।

Language: Hindi
1 Like · 190 Views

You may also like these posts

One day you will realized that happiness was never about fin
One day you will realized that happiness was never about fin
पूर्वार्थ
सुंदरता के मायने
सुंदरता के मायने
Surya Barman
कह गया
कह गया
sushil sarna
Dear  Black cat 🐱
Dear Black cat 🐱
Otteri Selvakumar
ये शिकवे भी तो, मुक़द्दर वाले हीं कर पाते हैं,
ये शिकवे भी तो, मुक़द्दर वाले हीं कर पाते हैं,
Manisha Manjari
कविता -
कविता - " रक्षाबंधन इसको कहता ज़माना है "
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
कवि
कवि
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
जय श्रीराम
जय श्रीराम
Indu Singh
परिवार नियोजन
परिवार नियोजन
C S Santoshi
उन कचोटती यादों का क्या
उन कचोटती यादों का क्या
Atul "Krishn"
सुन सुन कर बोल
सुन सुन कर बोल
Baldev Chauhan
तेरी याद में
तेरी याद में
Chitra Bisht
कितना अच्छा था बचपन
कितना अच्छा था बचपन
shabina. Naaz
🙅भविष्यवाणी🙅
🙅भविष्यवाणी🙅
*प्रणय*
नये साल में
नये साल में
Mahetaru madhukar
की है निगाहे - नाज़ ने दिल पे हया की चोट
की है निगाहे - नाज़ ने दिल पे हया की चोट
Sarfaraz Ahmed Aasee
यमलोक यात्रा पर जरुर जाऊंगा
यमलोक यात्रा पर जरुर जाऊंगा
Sudhir srivastava
उठाये जो तूने जख्म पहले उन्हें अब मात देना चाहता हूं,
उठाये जो तूने जख्म पहले उन्हें अब मात देना चाहता हूं,
Aman Thapliyal
मुझे सहारा नहीं तुम्हारा साथी बनना है,
मुझे सहारा नहीं तुम्हारा साथी बनना है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
विश्वास पर आघात
विश्वास पर आघात
ललकार भारद्वाज
उतर गए निगाह से वे लोग भी पुराने
उतर गए निगाह से वे लोग भी पुराने
सिद्धार्थ गोरखपुरी
ये ज़िंदगी भी ज़रुरतों से चला करती है,
ये ज़िंदगी भी ज़रुरतों से चला करती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
2859.*पूर्णिका*
2859.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कौन सताए
कौन सताए
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
जल संरक्षण बहुमूल्य
जल संरक्षण बहुमूल्य
Buddha Prakash
सच की मौत
सच की मौत
संजीवनी गुप्ता
हर क्षण का
हर क्षण का
Dr fauzia Naseem shad
दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में।
दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में।
सत्य कुमार प्रेमी
मॉर्निंग वॉक
मॉर्निंग वॉक
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
'शत्रुता' स्वतः खत्म होने की फितरत रखती है अगर उसे पाला ना ज
'शत्रुता' स्वतः खत्म होने की फितरत रखती है अगर उसे पाला ना ज
satish rathore
Loading...