Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Mar 2022 · 1 min read

और बताओ क्या कर जाऊँ

साँसो के पार चत्नी जाऊँ,महसूस करूँ बस तुमको,
धड़कन दिल की थाम के सुनती जाऊँ बस तुमको,

चलते चलते रूक जाती याद तुम्हारी जो आ जाती,
हँसते हंसते रो देती जिक्र तुम्हारी जो आ जाती,

काँधे पर तेरे सर रख कर कुछ मीठी नीन्द सो लूँ,
घुल कर तेरी खुशबू में,ताउम्र संग तेरे मैं हो लूँ।

Language: Hindi
1 Like · 165 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
#परिहास
#परिहास
*प्रणय प्रभात*
* मुस्कुरा देना *
* मुस्कुरा देना *
surenderpal vaidya
प्यार क्या है
प्यार क्या है
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
दीपावली की असीम शुभकामनाओं सहित अर्ज किया है ------
दीपावली की असीम शुभकामनाओं सहित अर्ज किया है ------
सिद्धार्थ गोरखपुरी
इंतजार करना है।
इंतजार करना है।
Anil chobisa
ढोंगी बाबा
ढोंगी बाबा
Kanchan Khanna
एक तिरंगा मुझको ला दो
एक तिरंगा मुझको ला दो
लक्ष्मी सिंह
राम समर्पित रहे अवध में,
राम समर्पित रहे अवध में,
Sanjay ' शून्य'
धरती को‌ हम स्वर्ग बनायें
धरती को‌ हम स्वर्ग बनायें
Chunnu Lal Gupta
अंगदान
अंगदान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पहाड़ी नदी सी
पहाड़ी नदी सी
Dr.Priya Soni Khare
* सखी  जरा बात  सुन  लो *
* सखी जरा बात सुन लो *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मासूमियत
मासूमियत
Punam Pande
*तोता (बाल कविता)*
*तोता (बाल कविता)*
Ravi Prakash
"इश्क़ किसे कहते है?"
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
जेठ कि भरी दोपहरी
जेठ कि भरी दोपहरी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
धीरज और संयम
धीरज और संयम
ओंकार मिश्र
है सच्ची हुकूमत दिल की सियासत पर,
है सच्ची हुकूमत दिल की सियासत पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी।
ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी।
सत्य कुमार प्रेमी
तन तो केवल एक है,
तन तो केवल एक है,
sushil sarna
गंतव्य में पीछे मुड़े, अब हमें स्वीकार नहीं
गंतव्य में पीछे मुड़े, अब हमें स्वीकार नहीं
Er.Navaneet R Shandily
शिकायत करते- करते
शिकायत करते- करते
Meera Thakur
"हँसिया"
Dr. Kishan tandon kranti
क्रोध को नियंत्रित कर अगर उसे सही दिशा दे दिया जाय तो असंभव
क्रोध को नियंत्रित कर अगर उसे सही दिशा दे दिया जाय तो असंभव
Paras Nath Jha
कितना कोलाहल
कितना कोलाहल
Bodhisatva kastooriya
" छोटा सिक्का"
Dr Meenu Poonia
AMC (आर्मी) का PAY PARADE 1972 -2002” {संस्मरण -फौजी दर्शन}
AMC (आर्मी) का PAY PARADE 1972 -2002” {संस्मरण -फौजी दर्शन}
DrLakshman Jha Parimal
हर मानव खाली हाथ ही यहाँ आता है,
हर मानव खाली हाथ ही यहाँ आता है,
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
एतबार
एतबार
Davina Amar Thakral
अगर कभी अपनी गरीबी का एहसास हो,अपनी डिग्रियाँ देख लेना।
अगर कभी अपनी गरीबी का एहसास हो,अपनी डिग्रियाँ देख लेना।
Shweta Soni
Loading...