और बताओ क्या कर जाऊँ
साँसो के पार चत्नी जाऊँ,महसूस करूँ बस तुमको,
धड़कन दिल की थाम के सुनती जाऊँ बस तुमको,
चलते चलते रूक जाती याद तुम्हारी जो आ जाती,
हँसते हंसते रो देती जिक्र तुम्हारी जो आ जाती,
काँधे पर तेरे सर रख कर कुछ मीठी नीन्द सो लूँ,
घुल कर तेरी खुशबू में,ताउम्र तेरे ही संग मैं हो लूँ।