Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 May 2021 · 1 min read

और दिल टूट गया ….

नन्हा सा था बेचारा ,
ना सहन कर सका आघात ।
ज़रा सी ठेस क्या लगी ,
टुकड़े हो गए उसके हजार ।
उन टुकड़ों में अपना अक्स भी ,
दिखा बंटा हुआ सा बार बार ।
छुआ जब उन टुकड़ों को तो ,
हाथ हो गए लहू लुहान ।
लहू के रंग में रंग गया फिर ,
अश्कों का पानी ।
उस पानी में बह गई अधूरे अरमानों,
ख्वाइशों और सपनो की कहानी ।
लहू तो बह गया मगर ,
टुकड़ों को लिया संभाल ।
लहू के दाग छुड़ाने की कोशिश की ,
मगर हुई सभी कोशिशें बेकार ।
फिर मैने सोचा देखेगा भी कौन ,
छोड़ो यह कोशिशें बेकार ।
ना किसी के पास फुरसत है ,
ना ही कोई चाह ।
बस ईश्वर देख सकता है ,
वो भी रखे अगर देखनें की चाह ।
अन्यथा ! जिसे टूटना था टूट गया ,
बेचारा ! मेरा मासूम सा ! भोला सा ,
प्यारा सा दिल !

Language: Hindi
2 Likes · 6 Comments · 317 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all
You may also like:
शिलालेख पर लिख दिए, हमने भी कुछ नाम।
शिलालेख पर लिख दिए, हमने भी कुछ नाम।
Suryakant Dwivedi
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
#अभी_अभी
#अभी_अभी
*Author प्रणय प्रभात*
इमोशनल पोस्ट
इमोशनल पोस्ट
Dr. Pradeep Kumar Sharma
'समय की सीख'
'समय की सीख'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
पैगाम
पैगाम
Shashi kala vyas
पत्थर का सफ़ीना भी, तैरता रहेगा अगर,
पत्थर का सफ़ीना भी, तैरता रहेगा अगर,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
हिकारत जिल्लत
हिकारत जिल्लत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कुछ बीते हुए पल -बीते हुए लोग जब कुछ बीती बातें
कुछ बीते हुए पल -बीते हुए लोग जब कुछ बीती बातें
Atul "Krishn"
हर ख्याल से तुम खुबसूरत हो
हर ख्याल से तुम खुबसूरत हो
Swami Ganganiya
जग-मग करते चाँद सितारे ।
जग-मग करते चाँद सितारे ।
Vedha Singh
अनगढ आवारा पत्थर
अनगढ आवारा पत्थर
Mr. Rajesh Lathwal Chirana
जां से गए।
जां से गए।
Taj Mohammad
फिर क्यूँ मुझे?
फिर क्यूँ मुझे?
Pratibha Pandey
“आँख के बदले आँख पूरी दुनिया को अँधा बना देगी”- गांधी जी
“आँख के बदले आँख पूरी दुनिया को अँधा बना देगी”- गांधी जी
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
सिंदूर..
सिंदूर..
Ranjeet kumar patre
बाल कविता: नानी की बिल्ली
बाल कविता: नानी की बिल्ली
Rajesh Kumar Arjun
दोहा -
दोहा -
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
सरहद
सरहद
लक्ष्मी सिंह
आवारगी मिली
आवारगी मिली
Satish Srijan
अकेला खुदको पाता हूँ.
अकेला खुदको पाता हूँ.
Naushaba Suriya
मेरे पास तुम्हारी कोई निशानी-ए-तस्वीर नहीं है
मेरे पास तुम्हारी कोई निशानी-ए-तस्वीर नहीं है
शिव प्रताप लोधी
गज़ल सी रचना
गज़ल सी रचना
Kanchan Khanna
Bundeli Doha-Anmane
Bundeli Doha-Anmane
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*मिलता सोफे का बड़ा, उसको केवल पास (कुंडलिया)*
*मिलता सोफे का बड़ा, उसको केवल पास (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
बेइंतहा सब्र बक्शा है
बेइंतहा सब्र बक्शा है
Dheerja Sharma
अमन तहज़ीब के परचम को हम ईमान कहते हैं।
अमन तहज़ीब के परचम को हम ईमान कहते हैं।
Phool gufran
तेरी मीठी बातों का कायल अकेला मैं ही नहीं,
तेरी मीठी बातों का कायल अकेला मैं ही नहीं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जिन्दगी मे एक बेहतरीन व्यक्ति होने के लिए आप मे धैर्य की आवश
जिन्दगी मे एक बेहतरीन व्यक्ति होने के लिए आप मे धैर्य की आवश
पूर्वार्थ
Loading...