Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Sep 2024 · 1 min read

औरों के ही रात दिन,

औरों के ही रात दिन,
गिनते रहते दोष ।
देखा मन का आइना,
उड़े स्वयं के होश ।।
सुशील सरना / 19-9-34

14 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कल तलक
कल तलक
Santosh Shrivastava
मययस्सर रात है रोशन
मययस्सर रात है रोशन
कवि दीपक बवेजा
न जाने ज़िंदगी को क्या गिला है
न जाने ज़िंदगी को क्या गिला है
Shweta Soni
बाल एवं हास्य कविता: मुर्गा टीवी लाया है।
बाल एवं हास्य कविता: मुर्गा टीवी लाया है।
Rajesh Kumar Arjun
*मतदान*
*मतदान*
Shashi kala vyas
गर्भपात
गर्भपात
Bodhisatva kastooriya
International Chess Day
International Chess Day
Tushar Jagawat
साधना की मन सुहानी भोर से
साधना की मन सुहानी भोर से
OM PRAKASH MEENA
एक तरफ मां के नाम पर,
एक तरफ मां के नाम पर,
नेताम आर सी
एहसास दे मुझे
एहसास दे मुझे
Dr fauzia Naseem shad
पत्थर दिल का एतबार न कीजिए
पत्थर दिल का एतबार न कीजिए
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
बह्र -212 212 212 212 अरकान-फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन काफ़िया - आना रदीफ़ - पड़ा
बह्र -212 212 212 212 अरकान-फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन काफ़िया - आना रदीफ़ - पड़ा
Neelam Sharma
भीरू नही,वीर हूं।
भीरू नही,वीर हूं।
Sunny kumar kabira
#आज_का_आलेख
#आज_का_आलेख
*प्रणय प्रभात*
नज़रें बयां करती हैं,लेकिन इज़हार नहीं करतीं,
नज़रें बयां करती हैं,लेकिन इज़हार नहीं करतीं,
Keshav kishor Kumar
ऐसा क्यों होता है..?
ऐसा क्यों होता है..?
Dr Manju Saini
वैवाहिक चादर!
वैवाहिक चादर!
कविता झा ‘गीत’
मेरे हिस्से में ना कभी धूप आई ना कभी छांव,
मेरे हिस्से में ना कभी धूप आई ना कभी छांव,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कल है हमारा
कल है हमारा
singh kunwar sarvendra vikram
3677.💐 *पूर्णिका* 💐
3677.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
* आस्था *
* आस्था *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*ये आती और जाती सांसें*
*ये आती और जाती सांसें*
sudhir kumar
बोल दे जो बोलना है
बोल दे जो बोलना है
Monika Arora
کچھ متفررق اشعار
کچھ متفررق اشعار
अरशद रसूल बदायूंनी
आनंद से जियो और आनंद से जीने दो.
आनंद से जियो और आनंद से जीने दो.
Piyush Goel
,✍️फरेब:आस्तीन के सांप बन गए हो तुम...
,✍️फरेब:आस्तीन के सांप बन गए हो तुम...
पं अंजू पांडेय अश्रु
साकार नहीं होता है
साकार नहीं होता है
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
🍂🍂🍂🍂*अपना गुरुकुल*🍂🍂🍂🍂
🍂🍂🍂🍂*अपना गुरुकुल*🍂🍂🍂🍂
Dr. Vaishali Verma
*नवाब रजा अली खॉं ने श्रीमद्भागवत पुराण की पांडुलिपि से रामप
*नवाब रजा अली खॉं ने श्रीमद्भागवत पुराण की पांडुलिपि से रामप
Ravi Prakash
परिवार
परिवार
Shashi Mahajan
Loading...