ओ मैना चली जा चली जा
विशाल नदी में बाढ़ आई है
आसमान में धूल भरी आंधी
उमड़ घूमड़ रही है,
ओ मैना चली जा
चली जा,
जंगल में आग और धुआं
जोरों से उठ रहा है
ओ मैना चली जा
चली जा,
तुम्हारे मां बाबा
बरसाती तूफान में
असहाय बहे जा रहे हैं
ओ मैना चली जा
चली जा…..।।
: राकेश देवडे़ बिरसावादी