*ओ भोलेनाथ जी* “अरदास”
“अरदास”
दे दो सहारा तेरी शरण में आई ओ भोलेनाथ जी।
कृपा करो दया करो हमपे ओ भोलेनाथ जी।
ओ भोलेनाथ जी शंभू नाथ जी…! !
मूरत मन मंदिर में बसाऊँ ,
तेरे ही गुण नित मैं गाउँ ओ भोलेनाथ जी।
अंतस भरे गुण आपकी सेवा में ,
नित चरणों में शीश झुकाऊँ ओ भोलेनाथ जी।
भटके हुए अंतर्मन को समझाऊं चौखट पे सिर नवाऊँ ओ भोलेनाथ जी।
ओ भोलेनाथ जी ओ शम्भू नाथ जी…..! !
दूध दही गंगाजल पंचामृत से तुम्हें स्नान कराऊँ ओ भोलेनाथ जी।
बेलपत्र अक्षत चंदन लेप ,भस्मी भाँग धतूरा पुष्प माला पहनाऊँ ओ भोलेनाथ जी।
अबीर गुलाल सुगन्धित इत्र लगा ,
धूप दीप नैवेध चढ़ा आरती मैं गाउँ ओ भोलेनाथ जी।
अंतर्मन विराजे शिव पार्वती जी ,
हर पल हृदय में तुम्हें बसाऊँ ओ भोलेनाथ जी।
ओ भोलेनाथ जी ओ शम्भू नाथ जी…..! !
तन मन धन सब सौंप दिया तुझको ,
दया करो प्रभु जी कृपा दृष्टि दुःख हरियो ओ भोलेनाथ जी।
उलझ रहा मन भटक रहा क्यों ,
सुख शांति माया मोह जंजाल में ,
आस लगाए बैठे हुए हैं हम दुर्गम काज संवार दो ओ भोलेनाथ जी।
ओ भोलेनाथ जी ओ शम्भू नाथ जी….! !
तुम्हीं हो खिवैया इस जीवन की ,
मंझधार में नैया भवसागर पार लगा दो ओ भोलेनाथ जी।
पकड़ लो हाथ ओ त्रिपुरारी ,
शरण तिहारी दासी शशि चली आई है ओ भोलेनाथ जी।
क्षमा करो अब अवगुण मेरे ओ भोलेनाथ जी।
आपकी सेवा में कबसे खड़ी ,अश्रु नयन भिंगोये हुई हूँ ओ भोलनाथ जी।
खाली झोली भर दो द्वार तिहारे ,
मैं शशि दौड़ी चली आई ओ भोलेनाथ जी।
ओ भोलेनाथ जी ओ शम्भू नाथ जी …! !
भूल चूक अब क्षमा याचना माँगती हूँ ओ भोलेनाथ जी।
अज्ञान तिमिर हटा दो शुद्ध निर्मल साक्षी भाव जगा दो ओ भोलेनाथ जी।
उद्धार करो प्रभु इस जीवन को ,
करबद्ध हाथ जोड़ अरदास करूँ मैं शशि शीश झुकाए खड़ी हुई हूँ ओ भोलेनाथ जी।
पूजा अर्चना स्वीकार करो हे भोले बाबा जी ,
सुन लो करुण पुकारती हूँ दिन रात तुम्हें ओ भोलेनाथ जी।
ओ भोलेनाथ जी ओ शम्भू नाथ जी …! !
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं 🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
शशिकला व्यास✍️
स्वरचित मौलिक रचना