ओ प्यारी चुनमुन!!!
नीले आकाश से उतरी है
तू वह नन्ही परी,
जिसने की मेरी,
जीवन बगिया हरी-भरी।
मासूम है तू प्यारा है
तेरा चेहरा सलोना,
खुशियों से भरा तूने
घर का हर कोना।
तेरे कदमों में रख दूँ
सारी दुनिया,
ओ मेरी प्यारी
चुनमुन गुड़िया।
रंजना माथुर
अजमेर (राजस्थान )
मेरी स्व रचित व मौलिक रचना
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