ऑनलाइन कोरोनाकाल में प्रेम विवाह
**ऑनलाइन कोरोनाकाल प्रेम विवाह**
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फेसबुक पर लड़के ने लड़की को देखा
देखते ही मन मचला कहे तुमसा न देखा
लाइक करने के बाद वो कॉमेंट पर आया
इनबॉक्स में आकर था प्रेमजाल बिछाया
दिनरात दोनों यूँ उलझे आव न ताव देखा
देखते ही मन मचला कहा तुमसा न देखा
मिलकर दोनों ने बुना प्रेम का ताना बाना
बहाना बना कर चोरी से मिलने को जाना
एकान्त में बैठों को जानकारों ने था देखा
देखते ही मन मचला कहे तुमसा न देखा
चोरी पकड़ी जाने पर था खुल कर माना
अब तो बस हम चाहते हैं संग संग जीना
साथ जीने मरने का स्वर्णिम सपना देखा
देखते ही मन मचला कहा तुमसा न देखा
लोकलाज भय से अभिभावक हुए राजी
विवाह बंधन में बांधने बुलाने लगे काजी
मुखमण्डल पर उ नके खुशियों को देखा
देखते ही मन मचला कहा तुमसा न देखा
कॉर्ड बंटने की तैयारी दी कोरोना दस्तक
लोकडाऊन घोषित में था ठनका मस्तक
चढ़ी त्योरियों में छिपी चिंता को था देखा
देखते ही मन मचला कहा तुमसा न देखा
उतेजना वशीभूत शादी करने की ठानी
ऑनलाइन विवाह विधि पंडित से जानी
रिश्तेदारों ने संपन्न शादी को नैट पर देखा
देखते ही मन मचला कहा तुमसा न देखा
सुखविन्द्र वर वधू के हो गए सपने थे पूरे
बंद आँखों से देखे सपने अब रहे न अधूरे
मित्र,सगे,संबंधियों ने अनोखा पल देखा
देखते ही मन मचला कहा तुमसा न देखा
फेसबुक पर लड़के ने लड़की को देखा
देखते ही मन मचला कहा तुमसा न देखा
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)