ऐ ज़िन्दगी प्यार हमने तुझको तो कम किसी से नहीं किया है
ऐ ज़िन्दगी प्यार हमने तुझको तो कम किसी से नहीं किया है
न की है कोई कभी शिकायत जो तुझसे मिलती नहीं वफ़ा है
हमेशा सोचा ऐ ज़िन्दगी जो करेगी तो वो भला ही होगा
तभी पिलाया अगर गरल तो उसे भी हँसते हुये पिया है
कोई तो महलों के सुख उठाता तो कोई फुटपाथ घर बनाता
ये फर्क किस्मत में क्यों है कोई तो राज इसमें छिपा हुआ है
बनाये रब ने हैं फूल काँटे किसी में खुशबू चुभन किसी में
बिना चुभन के न खुशबुओं का चमन किसी को यहाँ मिला है
नई नई खोज करके मानव भले ही ऊँचा उठा है कितना
मगर खड़ी मौत सामने गर हरा उसे वो नहीं सका है
कदम न पीछे हटे हमारे निभाये तो अपने फ़र्ज़ सारे
मगर थे कुछ पल जो खूबसूरत उन्हें गवाना हमें पड़ा है
सवाल भी ‘अर्चना’ उठाये हमारे दिल ने कदम कदम पर
जवाब उनका भी ज़िन्दगी ने समय समय पर हमें दिया है
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद
02-06-2020