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11 Jun 2021 · 1 min read

ऐ वक़्त

ऐ वक़्त तू गुजरता है कि मैं गुजर जाऊँ
अब बस भी कर ना कि मैं संभल जाऊँ
हराकर इतना भी न खुश हो, ए खुदा
कही ऐसा ना हो मैं कुफ़्र में बदल जाऊँ

कुफ़्र: नास्तिक

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 441 Views
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