Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 May 2023 · 1 min read

ऐ ज़िन्दगी ..

ऐ ज़िन्दगी
न जाओ अभी छोड़ कर
अभी कुछ अधरों पर
मुस्कान का आना बाकी है!

पुष्प खिले हैं अभी अभी
मुस्काई है कली अभी
तितलियों को बगीचे में
संसार बसाना बाकी है !

बदली तो छाई है नील गगन में
पर बूँद अभी तो गिरी नहीं
मंद समीर संग जीवन में
बहार तो आना बाकी है !

मुरझा रहे हैं पादप भी
पीतपर्ण का मोल नहीं
नवजीवन संग पत्तों में
कोपल का आना बाकी है !

लुप्त से सुर थे हर गीत के
बिछुड़ा है कोई अपने मीत से
बेसुरे जीवन के हर पल में
राग का आना बाकी है !

माटी भी सूखी है धरती की
ओस बिंदु भी सूख गए
अश्रुहीन इन नयनो में
सपनों को सजाना बाकी है !

लहरें उफान पर हैं सरिता की
डगमग करती नैय्या को
तट पर लाने की खातिर
पतवार चलाना बाकी है !

जीवित है – स्मृतियों में
कुछ चेहरे मेरे अपनों के
दे खुशियाँ जो लुप्त हुए
खुशियों के उन चेहरों का
उधार चुकाना बाकी है !

ठहर जा दो पल तो
ऐ ज़िंदगी
तेरे भी सजदे में अभी
सर को झुकाना बाकी है !

डॉ सीमा वर्मा

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 239 Views
Books from Dr. Seema Varma
View all

You may also like these posts

कोई फ़र्क़ पड़ता नहीं है मुझे अब, कोई हमनवा हमनिवाला नहीं है।
कोई फ़र्क़ पड़ता नहीं है मुझे अब, कोई हमनवा हमनिवाला नहीं है।
*प्रणय*
रोज रात जिन्दगी
रोज रात जिन्दगी
Ragini Kumari
*लम्हा  प्यारा सा पल में  गुजर जाएगा*
*लम्हा प्यारा सा पल में गुजर जाएगा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति
sushil sharma
4124.💐 *पूर्णिका* 💐
4124.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"कुमार्य "
Shakuntla Agarwal
सब्र का बांँध यदि टूट गया
सब्र का बांँध यदि टूट गया
Buddha Prakash
मत देख कि कितनी बार  हम  तोड़े  जाते  हैं
मत देख कि कितनी बार हम तोड़े जाते हैं
Anil Mishra Prahari
राम राम राम
राम राम राम
Satyaveer vaishnav
कृषक की उपज
कृषक की उपज
Praveen Sain
बदनाम शराब
बदनाम शराब
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
अरे ! मुझसे मत पूछ
अरे ! मुझसे मत पूछ
VINOD CHAUHAN
आजादी के दोहे
आजादी के दोहे
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
" रंजोगम "
Dr. Kishan tandon kranti
सावन गीत
सावन गीत
Pankaj Bindas
रिश्ते
रिश्ते
Sanjay ' शून्य'
ಬನಾನ ಪೂರಿ
ಬನಾನ ಪೂರಿ
Venkatesh A S
बेटियाँ
बेटियाँ
Raju Gajbhiye
हमदर्द
हमदर्द
ललकार भारद्वाज
तुमसे मिलके
तुमसे मिलके
Mamta Rani
मुंशी प्रेमचंद जी.....(को उनके जन्मदिन पर कोटि कोटि नमन)
मुंशी प्रेमचंद जी.....(को उनके जन्मदिन पर कोटि कोटि नमन)
Harminder Kaur
जिन्दगी ...
जिन्दगी ...
sushil sarna
कर्मों का फल
कर्मों का फल
ओनिका सेतिया 'अनु '
डमरू घनाक्षरी
डमरू घनाक्षरी
Annapurna gupta
हवाओं के भरोसे नहीं उड़ना तुम कभी,
हवाओं के भरोसे नहीं उड़ना तुम कभी,
Neelam Sharma
ईमेल आपके मस्तिष्क की लिंक है और उस मोबाइल की हिस्ट्री आपके
ईमेल आपके मस्तिष्क की लिंक है और उस मोबाइल की हिस्ट्री आपके
Rj Anand Prajapati
मैंने जलते चूल्हे भी देखे हैं,
मैंने जलते चूल्हे भी देखे हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कहती है नदी
कहती है नदी
Meera Thakur
छछूंदर के सिर पर चमेली का तेल।
छछूंदर के सिर पर चमेली का तेल।
Vishnu Prasad 'panchotiya'
अरसे बाद
अरसे बाद
Sidhant Sharma
Loading...