ऐसे कैसे
हमने चाहा था जैसे
कभी गुजरी नही वैसे
अब तू ही बता ऐ जिन्दगी
तुझे आगे चलायें हम कैसे ।
मिले थे सपनो मे जैसे
असल मे लोग नही थे वैसे
अब तू ही बता ऐ जिन्दगी
इक इंसान को ढूंढे हम कैसे ।
चलते रहे हैं हम लकीरों पे ऐसे
जी रहे हैं लाखों दुनिया मे जैसे
अब तू ही बता ऐ जिन्दगी
कब तक चलेगा यूं ही ऐसे ।
गिनते रहे हैं पैसै रोज हम ऐसे
साथ ले जायेंगे परलोक मे जैसे
अब तू ही बता ऐ जिन्दगी
बदलेगी हर किसी की सोच अब कैसे ।।
राज विग 28.05.2022