ऐसे कैसे छोड़ कर जा सकता है,
ऐसे कैसे छोड़ कर जा सकता है,
ता उम्र साथ हूँ तेरे,
ऐसी उम्मीद ना करना मेरे बिना,
तेरी जिन्दगी में बस एक उम्मीद ही है।
बुद्ध प्रकाश
मौदहा हमीरपुर।
ऐसे कैसे छोड़ कर जा सकता है,
ता उम्र साथ हूँ तेरे,
ऐसी उम्मीद ना करना मेरे बिना,
तेरी जिन्दगी में बस एक उम्मीद ही है।
बुद्ध प्रकाश
मौदहा हमीरपुर।