Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Sep 2021 · 1 min read

ऐसी ही हूं

_ मौन हूं
‌‌ पर गलत होते सहन नहीं!
_ शांत नदी सी हूं
पर मिट्टी का ढेर नहीं!
_ थमी हूं
पर मन में बैठा डर नहीं!
_ बारूद सी हूं
पर तोपों का शोर नहीं!
_ गरज हूं
पर फसलों की दुश्मन नहीं!
_ छोर सी हूं
पर कटी पतंग नहीं!
_ उबाल हूं
पर सोलो का घर नहीं!
_ ऐसी ही हूं
पर ना डर से डर है ना रोब किसी का हम पर है शांत
जरूर हूं मगर पर गलत होते देखना यह हमसे सहन
नहीं……..!!

Language: Hindi
2 Likes · 4 Comments · 502 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जीवन
जीवन
पंकज परिंदा
🌸अनसुनी 🌸
🌸अनसुनी 🌸
Mahima shukla
हाथ की लकीरें
हाथ की लकीरें
Mangilal 713
दुआओं में जिनको मांगा था।
दुआओं में जिनको मांगा था।
Taj Mohammad
!........!
!........!
शेखर सिंह
जिसके हर खेल निराले हैं
जिसके हर खेल निराले हैं
Monika Arora
जहाँ जिंदगी को सुकून मिले
जहाँ जिंदगी को सुकून मिले
Ranjeet kumar patre
जरूरत दोस्त की,समय पर होती है ।
जरूरत दोस्त की,समय पर होती है ।
Rajesh vyas
फीका त्योहार !
फीका त्योहार !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
आजाद लब
आजाद लब
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
कभी अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर ,
कभी अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
वचन सात फेरों का
वचन सात फेरों का
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
गुपचुप-गुपचुप कुछ हुए,
गुपचुप-गुपचुप कुछ हुए,
sushil sarna
डॉ अरूण कुमार शास्त्री एक  अबोध बालक 😂😂😂
डॉ अरूण कुमार शास्त्री एक अबोध बालक 😂😂😂
DR ARUN KUMAR SHASTRI
You have to keep pushing yourself and nobody gonna do it for
You have to keep pushing yourself and nobody gonna do it for
पूर्वार्थ
दोहा छंद
दोहा छंद
Vedkanti bhaskar
..
..
*प्रणय*
*चले आओ खुली बाँहें बुलाती हैँ*
*चले आओ खुली बाँहें बुलाती हैँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मुलभुत प्रश्न
मुलभुत प्रश्न
Raju Gajbhiye
ये ज़िंदगी डराती है, डरते नहीं हैं...
ये ज़िंदगी डराती है, डरते नहीं हैं...
Ajit Kumar "Karn"
दिल तो ठहरा बावरा, क्या जाने परिणाम।
दिल तो ठहरा बावरा, क्या जाने परिणाम।
Suryakant Dwivedi
ठिठुरन
ठिठुरन
Mahender Singh
बहुत  ही  खूब सूरत वो , घर्रौंदे  याद आते है !
बहुत ही खूब सूरत वो , घर्रौंदे याद आते है !
Neelofar Khan
मतदान जरूरी है - हरवंश हृदय
मतदान जरूरी है - हरवंश हृदय
हरवंश हृदय
3771.💐 *पूर्णिका* 💐
3771.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*वधू (बाल कविता)*
*वधू (बाल कविता)*
Ravi Prakash
"असलियत"
Dr. Kishan tandon kranti
इस जीवन के मधुर क्षणों का
इस जीवन के मधुर क्षणों का
Shweta Soni
दिल में एहसास
दिल में एहसास
Dr fauzia Naseem shad
हँसते हैं, पर दिखाते नहीं हम,
हँसते हैं, पर दिखाते नहीं हम,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...