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सिद्धार्थ गोरखपुरी
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12 Jun 2021 · 1 min read
ऐसी की तैसी
मेरी फ़ितरत नही रही अब पहले जैसी।
तेरे बेईमान इश्क़ की ऐसी की तैसी।।
-सिद्धार्थ पाण्डेय
Language:
Hindi
Tag:
शेर
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· 529 Views
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