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1 Jan 2020 · 1 min read

— ऐसी इच्छा नहीं —

न ऐसी कोई इच्छा की नभ में उड़ जाऊँ
न ऐसी की दुनिआ की भीड़ में खो जाऊँ
चलता हूँ में अपनी मतवाली चाल सदा
शाम होते ही घर लौट के आ जाऊं !!

अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
210 Views
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