Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Mar 2020 · 2 min read

ए मतदाता-भारत भाग्य विधाता

ए मतदाता-भारत भाग्य विधाता

पाँच साल में आज यह तुमको,निर्णय फिर से लेना है
भारत मां को ताकत दे जो, वोट उसी को देना है
ए मतदाता – भारत भाग्य विधाता

वोट नहीं देना उसको, जो रंगभेद फैलाता है
धर्म-जात पर वोट मांग कर, देश को जो बंटवाता है ।
वोट की ताकत तुम पहचानो, निर्बल खुद को ना मानो
लालच, तृष्णा में ना आओ, मत का मूल्य पहचानो
ए मतदाता – भारत भाग्य विधाता

जिस नेता ने देश की खातिर, दांव पर जान लगाई है
बहुमत देकर उस नेता को, जनता ने जीत दिलाई है ।
निर्णय लेने में जो सक्षम, अपना वोट उसे देना
धोखा दे जो बार-बार में, गहरी चोट उसे देना।
ए मतदाता – भारत भाग्य विधाता

ऐसा नेता तुम चुनना जो, देश बनाएं अपना महान
आन-बान और राष्ट्र की खातिर, अपना धन भी दे दे दान ।
उसको वोट ना देना तुम, जो रिश्वत लेकर आया हो,
बिक ना जाना वोट की खातिर, प्रलोभन जो लाया हो ।
ए मतदाता – भारत भाग्य विधाता

बच के रहना तुम उनसे, पाँच साल जो ना आए हो
लेकर वोट जो ओझल हो गए, बस अपने महल बनाए हो ।
वोट उसे तुम मत देना जो, जनता से कभी ऐंठा हो
जाने कौन घड़ी में वह, अपराधी ही बन बैठा हो ।
ए मतदाता – भारत भाग्य विधाता

वोट उसे तुम मत देना जो, देशद्रोही नेता हो
घात लगाकर अपनों को, दुश्मन के घर बैठा हो ।
जनता ही ताकतवर होती, लोकतंत्र यह कहता है
जनसेवक को ही तुम चुनना, अरविंद कवि यह कहता है
ए मतदाता – भारत भाग्य विधाता

Language: Hindi
1 Comment · 489 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"सूर्य -- जो अस्त ही नहीं होता उसका उदय कैसे संभव है" ! .
Atul "Krishn"
वह गांव की एक शाम
वह गांव की एक शाम
मधुसूदन गौतम
छठ परब।
छठ परब।
Acharya Rama Nand Mandal
आज जागते हुए
आज जागते हुए
हिमांशु Kulshrestha
जानें क्युँ अधूरी सी लगती है जिंदगी.
जानें क्युँ अधूरी सी लगती है जिंदगी.
शेखर सिंह
कामनाओं का चक्रव्यूह, प्रतिफल चलता रहता है
कामनाओं का चक्रव्यूह, प्रतिफल चलता रहता है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
संघर्षशीलता की दरकार है।
संघर्षशीलता की दरकार है।
Manisha Manjari
कातिल उसकी हर अदा,
कातिल उसकी हर अदा,
sushil sarna
Gambling एक तार्किक खेल है जिसमे पूंजीपति हमेशा अपनी किस्मत
Gambling एक तार्किक खेल है जिसमे पूंजीपति हमेशा अपनी किस्मत
Rj Anand Prajapati
मैंने इन आंखों से गरीबी को रोते देखा है ।
मैंने इन आंखों से गरीबी को रोते देखा है ।
Phool gufran
सही कहा है
सही कहा है
पूर्वार्थ
लाल रंग मेरे खून का,तेरे वंश में बहता है
लाल रंग मेरे खून का,तेरे वंश में बहता है
Pramila sultan
नादान परिंदा
नादान परिंदा
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
* निर्माता तुम राष्ट्र के, शिक्षक तुम्हें प्रणाम*【कुंडलिय
* निर्माता तुम राष्ट्र के, शिक्षक तुम्हें प्रणाम*【कुंडलिय
Ravi Prakash
राम संस्कार हैं, राम संस्कृति हैं, राम सदाचार की प्रतिमूर्ति हैं...
राम संस्कार हैं, राम संस्कृति हैं, राम सदाचार की प्रतिमूर्ति हैं...
Anand Kumar
“जब से विराजे श्रीराम,
“जब से विराजे श्रीराम,
Dr. Vaishali Verma
शीर्षक - सोच और उम्र
शीर्षक - सोच और उम्र
Neeraj Agarwal
गीत
गीत
Shiva Awasthi
पुण्यधरा का स्पर्श कर रही, स्वर्ण रश्मियां।
पुण्यधरा का स्पर्श कर रही, स्वर्ण रश्मियां।
surenderpal vaidya
"पलते ढेरों अहसास"
Dr. Kishan tandon kranti
#Motivational quote
#Motivational quote
Jitendra kumar
साथ उसके इक शाम गुजरी बड़ी शिद्दत से,
साथ उसके इक शाम गुजरी बड़ी शिद्दत से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*दही खाने के 15 अद्भुत चमत्कारी अमृतमयी फायदे...*
*दही खाने के 15 अद्भुत चमत्कारी अमृतमयी फायदे...*
Rituraj shivem verma
जब टूटा था सपना
जब टूटा था सपना
Paras Nath Jha
..
..
*प्रणय*
रात……!
रात……!
Sangeeta Beniwal
जज्बात की बात -गजल रचना
जज्बात की बात -गजल रचना
Dr Mukesh 'Aseemit'
#शिक्षा व चिकित्सा
#शिक्षा व चिकित्सा
Radheshyam Khatik
3613.💐 *पूर्णिका* 💐
3613.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मिल  गई मंजिल मुझे जो आप मुझको मिल गए
मिल गई मंजिल मुझे जो आप मुझको मिल गए
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...