ए फरवरी
एक याद फरवरी तेरे नाम
एक खत मोहब्बत के नाम
उफ ये फरवरी ओर तेरी याद
लो फिर से इस अधुरी मोहब्बत के
जज़्बातो को लफ्ज़ों में लिखने की मेरी ये कोशिश
पर बिल्कुल नाकाम सी कोशिश लगती हैं मुझे
मेरी मोहब्बत,तुम्हारे साथ इस रिश्ते में बंधने से
अकेले हम हुए नही तो आज़ाद ज़िन्दगी जीने के
साथ काफी कुछ साहस हुआ करता था कुछ भी
सह लेने की हिम्मत रखते थे हम पर अब न जाने क्यूं
तुम्हारी मोहब्बत ने हमे बेसहारा सा कर डाला
कमजोर कर दिया तुमने मुझे ए फरवरी आज फिर से
हम एक दिन ज़रूर होंगे तेरा सामना करने को तैयार
पर शायद रिश्ते की उम्र ही छोटी थी तो छूट गया पीछे
तुमसे पुछा था कि इंतजार करे या भुल जाए बोलो तुम
पर तुम्हारे जवाब ने मेरे बाकी सभी सवाल मिटा दिए। शुक्रिया फरवरी मेरा इम्तेहान पूरा हुआ आज
आज मेरा खत मेरी मोहब्बत के नाम ए फरवरी
डॉ मंजु सैनी