Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 May 2020 · 1 min read

एहसान की जिंदगी

जमाना नहीं खराब खराब है यह दुनिया यह बात
लोगों को बताते हैं,
इंसा की इंसानियत मर गई यह अहम में अपने छुपाते
क्या सही क्या गलत गीता ज्ञान सबको बांटते हैं,
पर मजबूरी का फायदा उठाने में कभी न हिचकिचाते
मानवता के पूजारी हम यह दिखावा बहुत करते हैं,
आंच आए जब अंजा पर पहले दूर हम भागते हैं,
मर्यादा हममें बहुत है और रावण जैसा गुस्सा भी,
आंच आए जब अपनों पर तो बन जाते हैं काल भी,
कृष्णा नहीं तुम जो सारथी सबके बनते हो,
गर अभिमन्यु फंसा रण में तो चिंतित तुम क्यूं होते हो,
द्वापर नहीं कलयुग है यह इंसानियत रखो तुम जेब
यहां होता कोई किसी का नहीं सिखाया जाता हमें
बचपन में,
चूल्हा जलता गरीब के घर में यह हमारी ही मेहरबानी
है
,
खाना पकता जो हमारे घर में उसमे न उनकी कोई
निशानी है,
फर्क अमीरी गरीबी का बताया जाता हमें पहली ही
क्लास में,
उनके कितने उपकार हम पर ना बताया कभी पूरी
जिंदगी में,
किताबों में जो पढ़ाया हमें क्या वो सब फरेब था,
दिखा किसी को खुदा इंसानियत में यह महज़ एक
इत्तेफाक था।

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 537 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"वक्त आ गया है"
Dr. Kishan tandon kranti
अब ज्यादा तंग मत कर ।
अब ज्यादा तंग मत कर ।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
काफिला
काफिला
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
आप क्या समझते है जनाब
आप क्या समझते है जनाब
शेखर सिंह
हिसाब सबका होता है
हिसाब सबका होता है
Sonam Puneet Dubey
* आ गया बसंत *
* आ गया बसंत *
surenderpal vaidya
‘ विरोधरस ‘---2. [ काव्य की नूतन विधा तेवरी में विरोधरस ] +रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---2. [ काव्य की नूतन विधा तेवरी में विरोधरस ] +रमेशराज
कवि रमेशराज
अपनों की महफिल
अपनों की महफिल
Ritu Asooja
गुस्सा
गुस्सा
Sûrëkhâ
"बदतर आग़ाज़" कभी भी एक "बेहतर अंजाम" की गारंटी कभी नहीं दे सक
*प्रणय*
जेठ कि भरी दोपहरी
जेठ कि भरी दोपहरी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मुस्कुरायें तो
मुस्कुरायें तो
sushil sarna
जिद बापू की
जिद बापू की
Ghanshyam Poddar
*भूमिका (श्री सुंदरलाल जी: लघु महाकाव्य)*
*भूमिका (श्री सुंदरलाल जी: लघु महाकाव्य)*
Ravi Prakash
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
#कमसिन उम्र
#कमसिन उम्र
Radheshyam Khatik
भारत के जोगी मोदी ने --
भारत के जोगी मोदी ने --
Seema Garg
दोस्त बताती थी| वो अब block कर गई है|
दोस्त बताती थी| वो अब block कर गई है|
Nitesh Chauhan
नज़र बचा कर चलते हैं वो मुझको चाहने वाले
नज़र बचा कर चलते हैं वो मुझको चाहने वाले
VINOD CHAUHAN
3095.*पूर्णिका*
3095.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जीवन
जीवन
Mangilal 713
बेटियाँ
बेटियाँ
Mamta Rani
मुस्कराते हुए गुजरी वो शामे।
मुस्कराते हुए गुजरी वो शामे।
अमित
Value the person before they become a memory.
Value the person before they become a memory.
पूर्वार्थ
तुम में और मुझ में कौन है बेहतर
तुम में और मुझ में कौन है बेहतर
Bindesh kumar jha
फसल
फसल
Bodhisatva kastooriya
पतंग
पतंग
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
हमें पदार्थ से ऊर्जा और ऊर्जा से शुद्ध चेतना तक का सफर करना
हमें पदार्थ से ऊर्जा और ऊर्जा से शुद्ध चेतना तक का सफर करना
Ravikesh Jha
छोटी- छोटी प्रस्तुतियों को भी लोग पढ़ते नहीं हैं, फिर फेसबूक
छोटी- छोटी प्रस्तुतियों को भी लोग पढ़ते नहीं हैं, फिर फेसबूक
DrLakshman Jha Parimal
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
Loading...