एड्स से बचिए, दूसरे को बचाइए
सचरित्र रहिए, संतान सचरित्र बनाइए
सारी दुनिया को एड्स से बचाइए
बचाव ही साधन है,समझो और समझाइए
खुद सुरक्षित रहें, दूसरों को भी बचाइए
असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित सुई
विना टेस्ट व्लड, कभी न अपनाइए
भारतीय संस्कार संस्कृति में रज बस जाइए।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी