Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Dec 2024 · 1 min read

#एक_सच-

#एक_सच-
मोल पात्रता का।
[प्रणय प्रभात]
“जूता” कितना ही बेशक़ीमती हो, धारण हमेशा पैरों में ही होता है। सिर पर नहीं।।”
👌👌👌👌👌👌👌👌👌

1 Like · 17 Views

You may also like these posts

जीव-जगत आधार...
जीव-जगत आधार...
डॉ.सीमा अग्रवाल
प्रतिभाशाली बाल कवयित्री *सुकृति अग्रवाल* को ध्यान लगाते हुए
प्रतिभाशाली बाल कवयित्री *सुकृति अग्रवाल* को ध्यान लगाते हुए
Ravi Prakash
*जन्म-दिवस आते रहें साल दर साल यूँ ही*
*जन्म-दिवस आते रहें साल दर साल यूँ ही*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
करवाचौथ
करवाचौथ
Mukesh Kumar Sonkar
चंदा की तकदीर में लिखा नही आराम
चंदा की तकदीर में लिखा नही आराम
RAMESH SHARMA
#विक्रम चुप क्यों है ?
#विक्रम चुप क्यों है ?
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
बदलाव जरूरी है
बदलाव जरूरी है
Surinder blackpen
उज्जवल रवि यूँ पुकारता
उज्जवल रवि यूँ पुकारता
Kavita Chouhan
वंदन हमारा
वंदन हमारा
Ravi Yadav
इंतज़ार एक दस्तक की, उस दरवाजे को थी रहती, चौखट पर जिसकी धूल, बरसों की थी जमी हुई।
इंतज़ार एक दस्तक की, उस दरवाजे को थी रहती, चौखट पर जिसकी धूल, बरसों की थी जमी हुई।
Manisha Manjari
स्पर्श
स्पर्श
Satish Srijan
ये नसीबा खेल करता जिंदगी मझधार है ।
ये नसीबा खेल करता जिंदगी मझधार है ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
ये बेपरवाही जंचती है मुझ पर,
ये बेपरवाही जंचती है मुझ पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
लघुकथा - दायित्व
लघुकथा - दायित्व
अशोक कुमार ढोरिया
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
चाहत से जो आरंभ हुआ, वो प्रेम अनूठा खेल,
चाहत से जो आरंभ हुआ, वो प्रेम अनूठा खेल,
पूर्वार्थ
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
हरदा अग्नि कांड
हरदा अग्नि कांड
GOVIND UIKEY
सूर्य देव के दर्शन हेतु भगवान को प्रार्थना पत्र ...
सूर्य देव के दर्शन हेतु भगवान को प्रार्थना पत्र ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
मद्य पान।
मद्य पान।
Kumar Kalhans
जल है, तो कल है - पेड़ लगाओ - प्रदूषण भगाओ ।।
जल है, तो कल है - पेड़ लगाओ - प्रदूषण भगाओ ।।
Lokesh Sharma
स्पर्श करें निजजन्म की मांटी
स्पर्श करें निजजन्म की मांटी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
3382⚘ *पूर्णिका* ⚘
3382⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
वो इश्क़ कहलाता है !
वो इश्क़ कहलाता है !
Akash Yadav
किसे सुनाऊं मैं,
किसे सुनाऊं मैं,
श्याम सांवरा
// माँ की ममता //
// माँ की ममता //
Shivkumar barman
मै कमजोर नहीं
मै कमजोर नहीं
Shutisha Rajput
शाख़ ए गुल छेड़ कर तुम, चल दिए हो फिर कहां  ,
शाख़ ए गुल छेड़ कर तुम, चल दिए हो फिर कहां ,
Neelofar Khan
🙅पहचान🙅
🙅पहचान🙅
*प्रणय*
ज्ञान /बोध मुक्तक
ज्ञान /बोध मुक्तक
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
Loading...