एक _ दूजे का साथ मिला —– गजल / गीतिका
सफ़र मेरा था ,साथ हमसफ़र तेरा था।
कट रहा रास्ता, तेरा मेरा था।।
मोड़ कई आते रहे,छोड़ उन्हें हम चलते रहे।।
कुछ पल का अंधेरा,ज्यादा जगमगाता सवेरा था।।
जीवन यों ही बिताना है,मंजिल हमें जो पाना है।
एक _ दूजे का साथ मिला,संकट ने जब – जब घेरा था।।
लो कट गया सफ़र पूरा,स्वप्न न कोई रहा अधूरा।
अनुनय जिंदगी चार दिनों का ही तो डेरा था।।
राजेश व्यास अनुनय