एक ही तो, निशा बचा है,
एक ही तो, निशा बचा है,
इस वतन की शान का ।
गर, हिंदी ही जाती रही तो,
हिंद रहा किस काम का ।।
______________________________
🇮🇳 14 सितम्बर राष्ट्रभाषा दिवस 🇮🇳
______________________________
विनोद कृष्ण सक्सेना