एक हसीन लम्हा
ये कहानी है उस वक्त की,
जब एक युवा दिल में एक,
अजनबी ने दस्तक दी।
कैसे भुलाय वो अपनी ,
मुलाकात के अपसाने।
दो दिल होने लगे एक,
दूसरे के दीवाने।
कहना तो चाहते थे बहुत,
कुछ एक- दूसरे से वो दोनों।
लेकिन इसी उलझन में समय,
बीत गया पहले आप बोलो।
मुख से न कुछ बोले वो दोनो,
बस आंखें बोलती रही।
फ़िर उनकी मुलाकाते होने लगी।
हुआ यूं कि पहली मुलाकात ,
प्यार में बदल गई।
प्यार कि दास्तां चहरे,
से झलक गई।
बंध गए वो सादी के बंधन में,
पूरा हो गया उनका प्यार इस जन्म में