एक सुंदर दुनिया
कहीं एक छोटा सा
रंग बिरंगी तितली सा
फूल कहीं भी दिख जाये
चाहे तो किसी तस्वीर में या
कपड़े पर
मन पुलकित हो जाता है
सारे बदन में एक बिजली की
तरंग सी दौड़ जाती है
पेट में गुदगुदी भी होती है
कुछ देर को सांस थम
जाती है फिर
आती है
भीनी भीनी खुशबुओं को
समेटकर साथ में
अपने अंदर लेकर जाती है
एक उपवन सा खिल
उठता है
मन के भीतर कहीं
एक सुंदर दुनिया
बाहरी आवरण में कहीं न
भी मिले तो
एक खुद में बसी
अपने अंदर की
सृष्टि में तो अवश्य ही
मिल जाती है।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001