एक सवाल
बैठे-बैठे यूं हीं ख्याल आ जाता है,
मन में मेरे एक सवाल आ जाता है।
क्यों जिंदगी ले आती है ऐसे मोड़ पर,
जहां अपनों के अपनेपन पर सवाल आ जाता है।
बैठे-बैठे यूं हीं ख्याल आ जाता है,
मन में मेरे एक सवाल आ जाता है।
क्यों जिंदगी ले आती है ऐसे मोड़ पर,
जहां अपनों के अपनेपन पर सवाल आ जाता है।