Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 May 2024 · 1 min read

एक सरल मन लिए, प्रेम के द्वार हम।

एक सरल मन लिए, प्रेम के द्वार हम।
कुछ अधूरे वचन, सौंपकर आ गए।।

कि राह में छोड़कर, तुम चले तो गए,
रास्ता पर हमें, पूर्ण करना तो था,
जिसके जीवन का कोई न आधार था,
उसकी जीवन कहानी बनानी तो थी।

इस तरह प्रेम को, ढूंढकर खो गए।
स्वप्न को छोड़कर, लौटकर आ गए।।

एक सरल मन लिए, प्रेम के द्वार हम।
कुछ अधूरे वचन, सौंपकर आ गए।।

अभिषेक सोनी
ललितपर, उत्तर–प्रदेश

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 87 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
.........
.........
शेखर सिंह
झुर्रियों तक इश्क़
झुर्रियों तक इश्क़
Surinder blackpen
एक लम्बा वक्त गुजर गया जाने-अनजाने में,
एक लम्बा वक्त गुजर गया जाने-अनजाने में,
manjula chauhan
व्यर्थ बात है सोचना ,
व्यर्थ बात है सोचना ,
sushil sarna
"नमक का खारापन"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
It All Starts With A SMILE
It All Starts With A SMILE
Natasha Stephen
आप में आपका
आप में आपका
Dr fauzia Naseem shad
हमारी शान है हिन्दी,   हमारा मान है हिन्दी।
हमारी शान है हिन्दी, हमारा मान है हिन्दी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
आज आचार्य विद्यासागर जी कर गए महाप्रयाण।
आज आचार्य विद्यासागर जी कर गए महाप्रयाण।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बहुत कष्ट है ज़िन्दगी में
बहुत कष्ट है ज़िन्दगी में
Santosh Shrivastava
मन के भाव
मन के भाव
Surya Barman
एक दीप हर रोज जले....!
एक दीप हर रोज जले....!
VEDANTA PATEL
तुम सबने बड़े-बड़े सपने देखे थे, धूमिल हो गए न ... कभी कभी म
तुम सबने बड़े-बड़े सपने देखे थे, धूमिल हो गए न ... कभी कभी म
पूर्वार्थ
मेरा ब्लॉग अपडेट-5-7-2024
मेरा ब्लॉग अपडेट-5-7-2024
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हो जाता अहसास
हो जाता अहसास
surenderpal vaidya
कोई दुनिया में कहीं भी मेरा, नहीं लगता
कोई दुनिया में कहीं भी मेरा, नहीं लगता
Shweta Soni
पुस्तक समीक्षा
पुस्तक समीक्षा
अशोक कुमार ढोरिया
वो हक़ीक़त में मौहब्बत का हुनर रखते हैं।
वो हक़ीक़त में मौहब्बत का हुनर रखते हैं।
Phool gufran
*हनुमान (बाल कविता)*
*हनुमान (बाल कविता)*
Ravi Prakash
नहीं विश्वास करते लोग सच्चाई भुलाते हैं
नहीं विश्वास करते लोग सच्चाई भुलाते हैं
आर.एस. 'प्रीतम'
#हमारे_सरोकार
#हमारे_सरोकार
*प्रणय*
दोस्ती
दोस्ती
Adha Deshwal
कितना अजीब ये किशोरावस्था
कितना अजीब ये किशोरावस्था
Pramila sultan
ताल-तलैया रिक्त हैं, जलद हीन आसमान,
ताल-तलैया रिक्त हैं, जलद हीन आसमान,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ग्यारह होना
ग्यारह होना
Pankaj Bindas
फिर पर्दा क्यूँ है?
फिर पर्दा क्यूँ है?
Pratibha Pandey
मैं झुका नहीं मैं गिरा नहीं
मैं झुका नहीं मैं गिरा नहीं
VINOD CHAUHAN
माॅर्डन आशिक
माॅर्डन आशिक
Kanchan Khanna
गुजार दिया जो वक्त
गुजार दिया जो वक्त
Sangeeta Beniwal
Loading...