Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Sep 2018 · 1 min read

एक शायरी शायर की जुबानी

जो शब्द निकले बस वही काफी है
रहे असर ,पड़े नज़र बस वही काफी है
यूँ तो कह ही रहे है दास्ताँ कब से हम
जो बात जुबान से दिल तक पहुंचे बस वही काफी है

अनुराग शुक्ला

Language: Hindi
1 Like · 590 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्यारे बप्पा
प्यारे बप्पा
Mamta Rani
बढ़ता उम्र घटता आयु
बढ़ता उम्र घटता आयु
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
नए साल की मुबारक
नए साल की मुबारक
भरत कुमार सोलंकी
ज़िंदगी से शिकायतें बंद कर दो
ज़िंदगी से शिकायतें बंद कर दो
Sonam Puneet Dubey
तुम कितने प्यारे हो
तुम कितने प्यारे हो
DR ARUN KUMAR SHASTRI
संभावना
संभावना
Ajay Mishra
विनती
विनती
Dr. Upasana Pandey
शब्द अभिव्यंजना
शब्द अभिव्यंजना
Neelam Sharma
ग़म का लम्हा, तन्हा गुज़ारा किजिए
ग़म का लम्हा, तन्हा गुज़ारा किजिए "ओश"
ओसमणी साहू 'ओश'
"गौरतलब"
Dr. Kishan tandon kranti
परमात्मा
परमात्मा
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
बाँधो न नाव इस ठाँव, बंधु!
बाँधो न नाव इस ठाँव, बंधु!
Rituraj shivem verma
अब तुझे रोने न दूँगा।
अब तुझे रोने न दूँगा।
Anil Mishra Prahari
बुंदेली दोहे- खांगे (विकलांग)
बुंदेली दोहे- खांगे (विकलांग)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
टपरी पर
टपरी पर
Shweta Soni
!! कुद़रत का संसार !!
!! कुद़रत का संसार !!
Chunnu Lal Gupta
कामना के प्रिज़्म
कामना के प्रिज़्म
Davina Amar Thakral
मित्र
मित्र
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
जीवन का जीवन
जीवन का जीवन
Dr fauzia Naseem shad
"ऊपर वाले को बेवकूफ समझते हैं लोग ll
पूर्वार्थ
नटखट-चुलबुल चिड़िया।
नटखट-चुलबुल चिड़िया।
Vedha Singh
2793. *पूर्णिका*
2793. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हम मुस्कुराते हैं...
हम मुस्कुराते हैं...
हिमांशु Kulshrestha
#संवाद (#नेपाली_लघुकथा)
#संवाद (#नेपाली_लघुकथा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
गुस्सा
गुस्सा
Sûrëkhâ
धाम- धाम में ईश का,
धाम- धाम में ईश का,
sushil sarna
वही हसरतें वही रंजिशे ना ही दर्द_ए_दिल में कोई कमी हुई
वही हसरतें वही रंजिशे ना ही दर्द_ए_दिल में कोई कमी हुई
शेखर सिंह
हम बात अपनी सादगी से ही रखें ,शालीनता और शिष्टता कलम में हम
हम बात अपनी सादगी से ही रखें ,शालीनता और शिष्टता कलम में हम
DrLakshman Jha Parimal
*सब देशों को अपना निर्मम, हुक्म सुनाता अमरीका (हिंदी गजल)*
*सब देशों को अपना निर्मम, हुक्म सुनाता अमरीका (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
मुझ जैसे शख़्स को दिल दे बैठी हो,
मुझ जैसे शख़्स को दिल दे बैठी हो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...