Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Feb 2024 · 1 min read

एक शपथ

वृक्ष से मिला ये जीवन, वृक्ष हम बचाएंगे,
प्रण आज करते हैं, वृक्ष हम लगाएंगे।
वृक्ष ने दिया जो, जीवन कर्ज हम चुकाएंगे
रक्षा करेंगे वृक्ष फिर कभी न काटेंगे।
आज प्रण करते हैं वृक्ष हम लगाएंगे।
प्रण आज करते हैं, वृक्ष हम लगाएंगे।

अभिषेक सोनी
(एम०एससी०, बी०एड०)
ललितपर, उत्तर–प्रदेश

Language: Hindi
1 Like · 77 Views

You may also like these posts

चौखट पर जलता दिया और यामिनी, अपलक निहार रहे हैं
चौखट पर जलता दिया और यामिनी, अपलक निहार रहे हैं
पूर्वार्थ
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Arvind trivedi
परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
धोखा मिला है अपनो से, तो तन्हाई से क्या डरना l
धोखा मिला है अपनो से, तो तन्हाई से क्या डरना l
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
कोरोना आपदा
कोरोना आपदा
Khajan Singh Nain
दीपावली
दीपावली
Dr Archana Gupta
सब कुछ
सब कुछ
MUSKAAN YADAV
#लाश_पर_अभिलाष_की_बंसी_सुखद_कैसे_बजाएं?
#लाश_पर_अभिलाष_की_बंसी_सुखद_कैसे_बजाएं?
संजीव शुक्ल 'सचिन'
2983.*पूर्णिका*
2983.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*चाटुकारिता सीख गए तो, जाओगे दरबारों में (हिंदी गजल)*
*चाटुकारिता सीख गए तो, जाओगे दरबारों में (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
हे मेरे प्रिय मित्र
हे मेरे प्रिय मित्र
कृष्णकांत गुर्जर
किसान और धरती
किसान और धरती
ओनिका सेतिया 'अनु '
ग़ज़ल
ग़ज़ल
SURYA PRAKASH SHARMA
शब्द भेदी बाण
शब्द भेदी बाण
Girija Arora
मैं अशुद्ध बोलता हूं
मैं अशुद्ध बोलता हूं
Keshav kishor Kumar
बदलाव
बदलाव
Sakhi
सोचा था सन्तान ही,
सोचा था सन्तान ही,
sushil sarna
खुद के वजूद को।
खुद के वजूद को।
Taj Mohammad
हे कृष्ण
हे कृष्ण
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
हिंदुत्व अभी तक सोया है
हिंदुत्व अभी तक सोया है
श्रीकृष्ण शुक्ल
देख लूं आज मैं भी 'अज़ीम आसमां को मुद्दतों से,
देख लूं आज मैं भी 'अज़ीम आसमां को मुद्दतों से,
manjula chauhan
रावण, तुम अमर कैसे हो गये
रावण, तुम अमर कैसे हो गये
Chitra Bisht
टीचर्स डे
टीचर्स डे
अरशद रसूल बदायूंनी
क्या कहूँ
क्या कहूँ
Ajay Mishra
जो लड़की किस्मत में नहीं होती
जो लड़की किस्मत में नहीं होती
Gaurav Bhatia
..
..
*प्रणय*
धर्म की खूंटी
धर्म की खूंटी
मनोज कर्ण
"जिद्द- ओ- ज़हद"
ओसमणी साहू 'ओश'
- दिल तुझसे जो लगाया -
- दिल तुझसे जो लगाया -
bharat gehlot
सरकार भरोसे क्या रहना
सरकार भरोसे क्या रहना
Shekhar Chandra Mitra
Loading...