एक राधा, एक मीरा, एक घनश्याम
एक राधा, एक मीरा, एक घनश्याम, अश्रु नयन सब के सब प्यासे के प्यासे।
प्यार करे सब साधे । राधा – मोहन को खोकर हुई मोहन की। मीरा लोक लाज सब छोड़ी हुई गोविंद की, मोर पंख वाले मधुर मुस्कान लिए। दोनों के नैनन में श्याम बसें।अप्रीतम प्रेम अद्भुत जीवन। एक राधा एक मीरा, एक घनश्याम , अश्रु नयन सबके,सब प्यासे के प्यासे,प्यार करें सब साधे ।