एक मुलाकात
आए हो मेरे करीब आज
बहुत अच्छा लग रहा है
बैठे रहो ऐसे ही सामने मेरे
ख्वाब सच्चा लग रहा है।।
जानता हूं पल ये बीत जायेंगे
हमेशा ऐसे साथ न रह पाएंगे
दुआ करता हूं बस अब इतनी
ये पल जिंदगी में बार बार आयेंगे।।
तुमने कुछ कहा भी नहीं
मैंने फिर भी सब समझ लिया
तेरी एक मुस्कुराहट ने ही
दिल पर जाने क्या असर कर दिया।।
कह रहा था कुछ तू मुझसे
याद कर पा रहा हूं मैं जितना
माफ करना मैं सुन नहीं पाया
तुम्हें देखने में था मसरूफ इतना।।
मैं तो देखता रह गया तेरी मुस्कान
वो झपकना पलकों को बार बार
जो झटकते जुल्फों को भी चेहरे पर
मैं देख लेता उनको भी एक बार।।
है तुममें न जाने ये जादू कैसा
हो कोई परी, तू दिखता है ऐसा
होता नहीं यकीन, दिखता है तू तो
है महबूब मेरे सपनो का जैसा।।
तुम्हारे लिए थी बस एक मुलाकात
मेरे लिए तो सच हो गया था सपना
याद रहेगा ये पल ताउम्र मुझको
जब एक अजनबी हो गया था अपना।।