एक मुक्तक
बातों से ही चल रहा पर्यावरण बचाब।
सबका दृढ़ संकल्प हो तभी बचेगी नाव।
तभी बचेगी नाव छोड़ के मिथ्याभाषण।
रोक प्रकृति खिलबाड़ अन्यथा जग संहारण।।
बातों से ही चल रहा पर्यावरण बचाब।
सबका दृढ़ संकल्प हो तभी बचेगी नाव।
तभी बचेगी नाव छोड़ के मिथ्याभाषण।
रोक प्रकृति खिलबाड़ अन्यथा जग संहारण।।