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6 Jun 2023 · 1 min read

एक मुक्तक

बातों से ही चल रहा पर्यावरण बचाब।
सबका दृढ़ संकल्प हो तभी बचेगी नाव।
तभी बचेगी नाव छोड़ के मिथ्याभाषण।
रोक प्रकृति खिलबाड़ अन्यथा जग संहारण।।

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