एक मीठी नींद
इक मीठी नींद
इक ऐसी मीठी नींद आएगी
सुख और शान्ति दे जाएगी।
न कोई रंज होगा सारी परेशानी
पीछे छूट जाएगी।
दे जायेगी थपकियाँ प्यार से
अपना सारा फिर दुलार लुटाएगी।
सारी बेचैनी खत्म हो जाएगी।
चिंता ,दुख अपने संग ले जाएगी
सता रहे गहरे अवसाद मिटा जाएगी
हर ज़ख्म पर मरहम लगाएगी।
छूट जाएगा वो अंधेरा एक राह उजियारी
सी दिखलाएगी।
आराम और बेफिक्री तोहफ़े में भरकर छोड़ जाएगी।
मिल जाएगा सुकून इतना कि गहरी
नींद आएगी।
न बदलेंगे फिर करवट रात भर हमको
चैन इतना दे जाएगी।
रुक जाएगी हलचल वो अनचाही सी
न कोई कठिनाई सताएगी।