एक माँ का अरमान
एक माँ अपने बच्चे को
बचपन में कहती पढ़ लिखकर
बेटा तू जल्दी से बड़ा हो जा
तुझको डॉक्टर मैं बनाऊंगी!
एक माँ अपने बच्चे को
बचपन में कहती पढ़ लिखकर
बेटा तू जल्दी से बड़ा हो जा
तुझको इंजीनियर मैं बनाऊंगी!
एक माँ अपने बच्चे को
बचपन में कहती पढ़ लिखकर
बेटा तू जल्दी से बड़ा हो जा
तुझको शिक्षक मैं बनाऊंगी!
एक माँ अपने बच्चे को
बचपन में कहती पढ़ लिखकर
बेटा तू जल्दी से बड़ा हो जा!
तुझको बिजनेसमैन मैं बनाऊंगी!
फिर वह माँ कौन सी है जो
सुबह 5:00 बजे उठा कर
कोई 10 किलोमीटर दौड़ा कर
व्यायाम करा कर दूध पिला कर
अपनी छाती ठोक ठोक कर
कहती है बेटा जल्दी से बड़ा हो जा
फौजी तुझे बनाऊंगी फौजी तुझे बनाऊंगी…….
लेखक :- उमेश बैरवा