एक महा नायक आया,
कविता
एक महा नायक आया
इस देश में एक महा नायक आया,
जिसने नाम भीमराव पाया ,|
मात पिता का लाड़ला जे आया,
चउँदा वा रतन जन्म ये पाया,|
बड़े बड़ों का गूरूर तोड़ने ये आया,
शिक्षा में कोई इसे पछाड़ न पाया,|
समय जिनके जो बिपरित जो आया,
फिर भी इनके मन को बदल ना पाया,|
जब इन्होनें शिक्षा पायी,
देश विदेशों से कीर्ति छायी,|
सबसे आगे हाथ उठाया,
मानवता का सबको पाठ पढा़या,|
इन जैसा ज्ञानी कोई और नहीं पाया,
सभी देशों ने इनका मान बडा़या
जब देश में था अकाल हैं छाया,
तब सभी याद इनका नाम ये आया,|
भारतीय संविधान इनसे लिखवाया,
उसमें इनने मानवता पाठ पढा़या,|
देश विदेशों में हैं इनका नाम ये छाया,
इनसा कोई और न पाया,|
इनसे देश हैं संविधान ये पाया,
जिससे देश हैं आगे आया,|
जय भीम जय संविधान,
लेखक— Jayvind singh nagariya ji